DA Hike: केंद्र सरकार के एक करोड़ बीस लाख सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है क्योंकि महंगाई भत्ते में बड़ी बढ़ोतरी होने के संकेत मिल रहे हैं। ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के अप्रैल तक के आंकड़े प्रकाशित हो गए हैं जो कर्मचारियों के लिए सकारात्मक संकेत दे रहे हैं। इन आंकड़ों के आधार पर आने वाले समय में महंगाई भत्ते में महत्वपूर्ण वृद्धि होने की प्रबल संभावना है।
महंगाई भत्ते की गणना के लिए हर महीने ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के आंकड़े जारी होते हैं। सरकार छह महीने के आंकड़ों का औसत निकालकर महंगाई दर के अनुपात में महंगाई भत्ते में संशोधन करती है। मार्च महीने में यह सूचकांक 143.0 था जो अप्रैल में बढ़कर 143.5 तक पहुंच गया है। यह वृद्धि कर्मचारियों के लिए उत्साहजनक है।
वर्तमान महंगाई भत्ता दर और पिछली बढ़ोतरी
फिलहाल केंद्रीय कर्मचारियों को पचपन प्रतिशत की दर से महंगाई भत्ता मिल रहा है। जनवरी 2025 में सरकार ने दो प्रतिशत की बढ़ोतरी की घोषणा की थी जिससे महंगाई भत्ता तिरपन प्रतिशत से बढ़कर पचपन प्रतिशत हो गया था। कर्मचारी संगठनों की उम्मीद तीन से चार प्रतिशत की वृद्धि की थी लेकिन केवल दो प्रतिशत की बढ़ोतरी से उन्हें निराशा हुई थी।
केंद्र सरकार की नीति के अनुसार साल में दो बार महंगाई भत्ते में संशोधन किया जाता है। पहली बढ़ोतरी जनवरी से प्रभावी होती है और दूसरी जुलाई महीने से लागू की जाती है। हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा कुछ महीने बाद की जाती है जिसके कारण कर्मचारियों को एरियर का भुगतान भी मिलता है।
आने वाली संभावित वृद्धि और इसके लाभ
विशेषज्ञों और कर्मचारी संगठनों का अनुमान है कि आगामी महंगाई भत्ता संशोधन में तीन प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो सकती है। यदि ऐसा होता है तो केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता वर्तमान के पचपन प्रतिशत से बढ़कर अट्ठावन प्रतिशत तक पहुंच सकता है। यह सातवें वेतन आयोग के तहत अंतिम महंगाई भत्ता संशोधन हो सकता है।
इस वृद्धि का तत्काल लाभ तो कर्मचारियों की मासिक सैलरी में दिखेगा ही, साथ ही आठवें वेतन आयोग में मूल वेतन निर्धारण के समय भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। अभी भी मई और जून महीने के ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के आंकड़े आना बाकी हैं जो अंतिम निर्णय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
एरियर भुगतान और वेतन में वृद्धि
महंगाई भत्ते की घोषणा में देरी होने के कारण कर्मचारियों को एरियर का भुगतान भी मिलता है। यह राशि जुलाई से घोषणा तक के महीनों की बकाया राशि होती है। इस बार भी कर्मचारियों को एरियर के साथ बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता मिलने की पूरी संभावना है।
वेतन में होने वाली वृद्धि मूल वेतन के आधार पर तय होगी। उदाहरण के लिए यदि किसी कर्मचारी का मूल वेतन पचास हजार रुपये प्रति महीना है तो तीन प्रतिशत महंगाई भत्ता वृद्धि से उसे पंद्रह सौ रुपये मासिक अतिरिक्त मिलेंगे। इस प्रकार सालाना अठारह हजार रुपये की अतिरिक्त आय होगी।
कर्मचारियों के लिए आर्थिक राहत
बढ़ती महंगाई के दौर में यह महंगाई भत्ता वृद्धि कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण राहत साबित होगी। दैनिक जीवन की बढ़ती लागत को देखते हुए यह वृद्धि कर्मचारियों की क्रय शक्ति बनाए रखने में सहायक होगी। खासकर मध्यम वर्गीय कर्मचारियों के लिए यह अतिरिक्त आय उनकी पारिवारिक जरूरतों को पूरा करने में सहायक होगी।
यह वृद्धि न केवल वर्तमान आर्थिक स्थिति में सुधार लाएगी बल्कि भविष्य के वेतन आयोग में भी इसका सकारात्मक प्रभाव दिखेगा।
अस्वीकरण: यह लेख सामान्य जानकारी के उद्देश्य से तैयार किया गया है। महंगाई भत्ते की वास्तविक दरें सरकारी निर्णयों पर निर्भर करती हैं। आधिकारिक घोषणा के लिए सरकारी स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें।